राजस्थान का ऐतिहासिक शहर बीकानेर अपनी भव्य हवेलियों, विशाल किलों, ऊँटों के रेगिस्तानी सफ़र और मिठास भरी बीकानेरी भुजिया के लिए मशहूर है। यहाँ के पर्यटन स्थल न केवल इतिहास और संस्कृति की झलक दिखाते हैं, बल्कि आपको मरुस्थल की अनूठी जीवनशैली से भी रूबरू कराते हैं।
🏰 1. जूनागढ़ किला

- निर्माण वर्ष: 1589 ई.
- निर्माता: राजा रायसिंह जी
- बिना पहाड़ी के बने इस किले में राजस्थानी और मुग़ल वास्तुकला का बेहतरीन मेल देखने को मिलता है।
- अंदर के महलों जैसे फूल महल, अनूप महल और चंद्र महल की नक्काशी व भित्तिचित्र अद्भुत हैं। बीकानेर में मकान खरीदने के लिए इस वेबसाइट houze4me.com पर जाकर देख सकते है
🐀 2. करणी माता मंदिर (देशनोक)

- “चूहों का मंदिर” के नाम से प्रसिद्ध।
- यहाँ लगभग 25,000+ काले चूहे रहते हैं जिन्हें पवित्र माना जाता है।
- मान्यता है कि ये चूहे करणी माता के भक्तों के पुनर्जन्म का रूप हैं।
🏯 3. लालगढ़ पैलेस
- महाराजा गंगासिंह जी द्वारा निर्मित यह महल लाल बलुआ पत्थर से बना है।
- अब इसका एक भाग हेरिटेज होटल और एक भाग संग्रहालय है।
- अंग्रेज़ी और राजस्थानी वास्तुकला का संगम देखने लायक है।house for sale in bikaner.
🌊 4. गजनेर पैलेस और झील
- बीकानेर से 32 किमी दूर, झील किनारे स्थित।
- पहले यह महाराजाओं का शिकार महल था, अब हेरिटेज होटल है।
- सर्दियों में यहाँ प्रवासी पक्षियों का जमावड़ा लगता है।
🐪 5. राष्ट्रीय ऊँट अनुसंधान केंद्र
- यहाँ ऊँट की विभिन्न नस्लें देखी जा सकती हैं।
- ऊँट का दूध, आइसक्रीम और ऊँट सफारी पर्यटकों को खूब भाता है।
🛕 6. कोडमदेसर मंदिर
- ऐतिहासिक जैन मंदिर, जो अपनी बारीक नक्काशी और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है।
🏠 7. कोठारी हवेलियाँ
- संकरी गलियों में बनी हवेलियों पर सुंदर नक्काशी और चित्रकारी देखने योग्य है।
- यहाँ पुरानी शाही जीवनशैली की झलक मिलती है।बीकानेर में मकान किराए के लिए इस वेबसाइट houze4me.com पर जाकर देख सकते है
🌵 बीकानेर में करने योग्य गतिविधियाँ
- ऊँट महोत्सव (जनवरी) में भाग लेना
- थार रेगिस्तान में ऊँट सफ़ारी
- बीकानेरी भुजिया और रसगुल्ले का स्वाद लेना
- हस्तशिल्प और ऊँट की चमड़े की वस्तुएँ खरीदना
📅 यात्रा का सबसे अच्छा समय
- अक्टूबर से मार्च
🚗 कैसे पहुँचें
- हवाई मार्ग: निकटतम एयरपोर्ट – जोधपुर (250 किमी)
- रेल मार्ग: बीकानेर जंक्शन प्रमुख स्टेशन
- सड़क मार्ग: राजस्थान के प्रमुख शहरों से बस/टैक्सी सुविधा
“बीकानेर के पर्यटन स्थल”
१ : जूनागढ़ किला (Junagarh Fort)
- बिना पहाड़ी पर बना यह अद्भुत किला 1589–1594 में राजा रायसिंहजी द्वारा बनवाया गया था, जहां मुगल और राजपूत वास्तुकला का अनूठा मिश्रण देखने को मिलता है
H2: लालगढ़ पैलेस (Lalgarh Palace)
- 1902-1926 में महाराजा गंगासिंहजी के लिए इंडो-सरैसैनिक शैली में निर्मित, अब यह हेरिटेज होटल और संग्रहालय है। इसमें श्री सदुल संग्रहालय और दुनिया की चौथी सबसे बड़ी निजी पुस्तकालय स्थित है
H2: गजनेर पैलेस और झील (Gajner Palace & Lake)
- यह गुलाबी बलुआ पत्थर की नक्शबंदी से बना हेरिटेज होटल पहले शिकार लॉज था। अब यह शाही थार के बीच एक शांतिपूर्ण स्थल के रूप में खूबसूरती से खड़ा है
H2: राष्ट्रीय ऊँट अनुसंधान केंद्र (National Research Centre on Camels)
1. जूनागढ़ किला (Junagarh Fort)
- समय: प्रतिदिन सुबह 10:00 AM से शाम 4:30 PM तक खुला रहता है।
- प्रवेश शुल्क:
- भारतीय नागरिकों के लिए: ₹50
- विदेशी पर्यटकों के लिए: ₹300
- म्यूजियम (फोर्ट परिसर में):
- स्थापित: 1961 में महाराजा डॉ. करणी सिंहजी द्वारा
- इसमें राजघराने से जुड़ी वस्तुएं जैसे पिस्तौलें, पोशाकें, दस्तावेज़, मुकुट आदि प्रदर्शित हैं
- प्रवेश शुल्क आमतः ₹20 (भारतीय) / ₹100 (विदेशी) होते हैं
2. लालगढ़ पैलेस (Lalgarh Palace)
- समय: सोमवार से शनिवार सुबह 10:00 AM से शाम 5:00 PM तक खुला रहता है; रविवार बंद हो सकता है (कुछ स्रोतों में “except Sunday” का उल्लेख है)
- प्रवेश शुल्क:
- संग्रहालय के लिए: ₹25 (भारतीय)
- वॉलेट और पैलेस दोनों के लिए समय-समय पर विशेष दिन-विशेष शुल्क लगाए जा सकते हैं
3. गजनेर पैलेस और झील (Gajner Palace & Lake)
- समय:
- पैलेस और आसपास: प्रतिदिन सुबह 9:00 AM से रात 8:00 PM तक खुला
- वन्यजीव अभयारण्य: सुबह 10:00 AM से शाम 5:00 PM तक खुला रहता है
- प्रवेश शुल्क:
- पैलेस विजिट: लगभग ₹100 प्रति व्यक्ति
- झील और आसपास के क्षेत्र: कुछ स्रोत बताते हैं ‘नो फी’, लेकिन सुविधाओं पर निर्भर कर सकते हैं
4. राष्ट्रीय ऊँट अनुसंधान केंद्र (National Research Centre on Camels, Bikaner)
- समय:
- खुलने का समय: 02:00 PM से 06:30 PM तक; कुछ जगहों पर यह 6:00 PM तक बताया गया है
- बेहतर समय:
- दोपहर 3:00 PM — जब ऊँट अपना दिनभर का काम पूरा कर लौटते हैं — सबसे सुंदर और जीवंत दृश्य होता है
- विस्तार से जानकारी:
- यह केंद्र ICAR द्वारा स्थापित 1984 में हुआ और 1995 में नेशनल रिसर्च सेंटर (NRCC) बना; यहाँ 300+ ऊँटों की नस्लें और अनुसंधान केंद्रित गतिविधियाँ हैं
SEO-अधारित कस्टम ब्लॉग सेक्शन – सुझाव
| स्थल | समय और शुल्क | बेस्ट विजिट समय |
|---|---|---|
| जूनागढ़ किला | 10:00 AM – 4:30 PM, ₹50/₹300 + ₹20/₹100 म्यूजियम शुल्क | सुबह जल्दी या शाम को हल्की धूप में |
| लालगढ़ पैलेस | 10:00 AM – 5:00 PM (सोम–शनि), ₹25 संग्रहालय शुल्क | दोपहर बाद, जब प्रकाश अच्छे से चित्रों को निखारे |
| गजनेर पैलेस | 9:00 AM – 8:00 PM, ₹100 | शाम के समय झील और वाइल्डलाइफ का दृश्य सुंदर होता है |
| ऊँट अनुसंधान केंद्र | 2:00 PM – 6:30 PM, श्रेणीबद्ध शुल्क | विशेष रूप से 3:00 PM बजे — ऊँटों का सबसे जीवंत समय |